दिल्ली से मुरैना के लिए पैदल निकले शख्स की 200 किलोमीटर चलने के बाद हार्ट अटैक से मौत, परिवार में हैं मां, पत्नी और तीन बच्चे
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली से पैदल मुरैना के बड़फरा गांव के लिए निकले 39 साल के युवक की आगरा के सिकंदरा थाने में मौत हो गई.
इसके बाद रणवीर सुस्ताने के लिए रुक गया और उसके साथी आगे निकल आए. सुबह 6.30 बजे तक रणवीर के बहनोई प्रमोद सखवार ने उसके मोबाइल पर कॉल किया तो एक राहगीर ने फोन उठाया और बताया कि रणवीर की तो मौत हो चुकी है. इसके बाद परिजन आगरा पहुंचे और रणवीर का पोस्टमार्टम कराकर शव बड़फरा लाए, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया.
शुक्रवार शाम बहन से फोन करके कहा-मैं फरीदाबाद आ गया हूं, शनिवार सुबह दम तोड़ दिया #Lockdown21 के दौरान दिल्ली से पैदल मुरैना के बड़फरा गांव के लिए निकले 39 साल के युवक की आगरा में मौत हो गई
बहन से कहा था कल मुरैना आ जाउंगा
रणवीर ने आखिरी बार मोबाइल से बहन को कहा था कि वह फरीदाबाद आ गया है, कल मुरैना पहुंच जाएगा. पिंकी के बहनोई प्रमोद सखवार ने बताया कि रणवीर की बहन पिंकी अंबाह में मेरे छोटे भाई के लिए ब्याही है. शाम 6 बजे रणवीर ने अपनी बहन को फोन करके बताया था कि फरीदाबाद आ गया है और कल तक अंबाह पहुंच जाएगा. सुबह 6.30 बजे जब पिंकी ने दोबारा रणवीर को फोन लगाया तो उसने कहा कि मेरी तबियत बिगड़ गई है. बहन पिंकी ने उससे पूछा भी कि अगर दिक्कत ज्यादा हो तो हम कुछ इंतजाम करते हैं लेकिन रणवीर ने मना कर दिया. सुबह उसकी मौत की खबर परिजन को लगी.
3 बच्चों के साथ पत्नी, मां हुई बेसुध, रणवीर ही था सहारा
मृतक रणवीर के परिवार में वृद्ध मां के अलावा पत्नी ममता, बेटी गीता, आराध्या व बेटा अंशू है. इनकी परवरिश के लिए ही वह तीन साल पहले दिल्ली पहुंचा था और वहीं होटल में टिपिन डिलीवरी का काम करता था. शनिवार शाम जब रणवीर का शव बड़फरा गांव में पहुंचा तो वहां मातम पसर गया. पत्नी, बच्चे व बूढ़ी मां बेसुध हो गई.
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