5 वर्षीय माही ने तोड़ा दम नहीं हो सका सही उपचार 3 सूत्रीय मांगों को लेकर समाजसेवी राना दिनेश प्रताप सिंह बैठे धरने पर
आवाम ए अजीज हिन्दी साप्ताहिक
बस्ती मंडल मुख्यालय पर कार्डियोलॉजी विभाग काफी दिनों से बंद पड़ा हुआ है जिसके चलते हृदय रोग के तमाम लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार लोग अपनी आंख बंद किए हुए हैं।गरीबी झेल रही 5 वर्षीय माही की क्रिटिकल अवस्था होने और बस्ती जिला अस्पताल से रेफर होने के बावजूद एसजीपीजीआई और केजीएमयू में भर्ती करने से मना कर देने से इलाज के अभाव में दम तोड़ दी। इससे आहत समाजसेवी राना दिनेश प्रताप सिंह ने अपने तीन सूत्रीय मांगो को लेकर गांधी कला भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दिया है।
बताते चलें कि सामाजिक कार्यकर्ता राना दिनेश प्रताप सिंह ने स्वास्थ्य विभाग में व्यवस्था परिवर्तन के लिए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू किया है । उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गए पत्र के माध्यम से कहा है कि बस्ती निवासी 5 वर्षीय माही को गंभीर अवस्था में रिफर होने के बावजूद लखनऊ पीजीआई व मेडिकल कॉलेज लखनऊ ने उसे भर्ती नहीं किया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। पिछले दिनों युवा शिक्षक नेता शांति भूषण से लेकर अबोध बच्ची माही तक ना जाने कितने ऐसे बेगुनाह हृदय रोगी जिला अस्पताल में वर्षो से बंद पड़े कार्डियोलॉजी विभाग के कारण उपचार के अभाव में दम तोड़ चुके हैं, इसके बावजूद इसके जिम्मेदारों की कुंभकर्णी निद्रा नहीं टूट रही है। मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र के माध्यम से उन्होंने मांग की है कि जनपद मुख्यालयों में हायर सेंटर सरकारी अस्पतालों में संवाद व तालमेल की अस्थाई व्यवस्था बनी जाए जिससे रेफर होने वाले गंभीर रोगियों को समय रहते उपचार मिल सके तथा बस्ती मंडल मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज पर किसी भी अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ तैनात कर बंद पड़ा कार्डियोलॉजी विभाग पुनः संचालित किया जाए इसके साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव में लखनऊ और दिल्ली के सरकारी व निजी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के चिकित्सकों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मरीजों की व्यवस्था को जोड़ा जाए जिससे अधिक गंभीर रोगियों का स्थानीय स्तर पर इलाज हो सके।
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